CONTENTS
वोकल फॉर लोकल सीरीज़ द चंपा ट्री की भारतीय और स्वदेशी ब्रांडों को सपोर्ट करने की एक पहल है। हम इंटरप्रेन्योर्स की सेवाओं/उत्पादों को प्रोमोट करने के लिए अलग-अलग कैटेगरी में उनके काम को शोकेस करते हैं। आज हमारे साथ असाधारण कामयाबी हासिल करने वाली एक ऐसी महिला इंटरप्रेन्योर है जो अपने अद्भुत पॉडकास्ट के जरिए कंटेंट की दुनिया में नए आयाम स्थापित कर रही है। मैत्री वर्मा न सिर्फ हमें पॉडकास्ट चलाने के अपने अनुभव बता रही हैं, बल्कि सवालों के जवाब भी दे रही हैं कि पॉडकास्ट कैसे शुरू किया जाए और एक कंटेंट क्रिएटर और एक इंटरप्रेन्योर का काम कैसे संभालें ।
“मैं आपको बताती हूं कि पॉडकास्ट कैसे शुरू करें …”
दिसंबर 2019 में स्थापित लिटिल फिक्स एक स्टार्टअप पॉडकास्ट था। पॉडकास्ट एक अनसुने कांसेप्ट पर बेस ऑडियो लाइफस्टाइल मैगज़ीन है और इसमें हमारी विशेष रूप से सामान्य महिलाओं को टारगेट किया गया है। बचपन से ही महिलाओं को बताया जाता है कि महिलाओं के काम निश्चित होते है। हम इसी सीमित सोच पर विश्वास करते हैं और इस पर बिना सोचे समझे उनके अनुसार अपना जीवन जीते हैं। इस तरह की सोच को भुला कर और हम जो कुछ भी चाहते हैं उसको हासिल करना जरूरी है। अपने पॉडकास्ट के साथ, मेरा टारगेट महिलाओं के जीवन की छोटी-छोटी चीजों को ठीक करके उन्हें पूर्ण जीवन जीने में मदद करना है। लिटिल फ़िक्सेस पॉडकास्ट ऐप्पल पॉडकास्ट, स्पॉटिफ़ और Google पॉडकास्ट सहित सभी प्रमुख पॉडकास्ट प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है। पॉडकास्टर होने के अलावा, मैं एक सोशल मीडिया मार्केटर, ब्लॉगर, पत्नी और 4 साल की बच्ची की मां भी हूं।
एक सफल पॉडकास्ट चलाने के पीछे के सीक्रेट
जब आप वर्कआउट कर रहे हों, गाड़ी चला रहे हों, या खाना बना रहे हों, तो खाली बैठे जानकारी पाने के लिए पॉडकास्ट बेस्ट हैं क्योंकि इस दौरान आपको वीडियो पढ़ने या देखने के लिए स्क्रीन पर देखने की जरूरत नहीं है। दुनिया भर में पॉडकास्ट के श्रोता (सुनने वाले) बढ़ रहे हैं और दूसरी सबसे बड़ी आबादी होने के कारण भारत में इसके विकास की जबरदस्त संभावनाएं हैं। इसके अलावा, ‘अगला सबसे बड़ा कंटेंट प्लेटफॉर्म’ होने की अपनी क्षमता के कारण, पॉडकास्ट बनाना एक BIG मार्केटिंग बिज़नेस बन सकता है ।
सबसे अच्छी बात यह है कि पॉडकास्ट बनाना आसान है और यदि आप नहीं चाहते हैं तो इसके लिए मोनेटरी इनवेस्टमेंट की जरुरत भी नहीं है। आपको अपने श्रोताओं को अच्छी चीजे बताने के लिए बस समय देने की आवश्यकता है तो आइए देखें कि अपना खुद का पॉडकास्ट कैसे शुरू करें।
यह सब एक थीम पर टिका हो
तय करें कि आप किस बारे में बात करना चाहते हैं। पॉडकास्ट बनाते समय, किसी ऐसी चीज़ को पकडे रहें, जिसके बारे में आप पैशनेट हों, न कि ऐसी चीज़ से जो ट्रेंड कर रही हो। चाहे आपके पास एक ही पॉडकास्ट हो या इंटरव्यू हो, आपको यह पता होना चाहिए कि आप किस प्रकार का कंटेंट पेश करना चाहते हैं। पॉडकास्ट बनाते समय हर एपिसोड में अपनी थीम पर कायम रहें नहीं तो आप अपने श्रोताओं को भ्रमित कर सकते हैं।
आपकी बात सुनने के लिए कौन है?
मैत्री कहती हैं, “पॉडकास्ट कैसे शुरू करें, इसका प्राइमरी जवाब यह है कि आप ड्रॉइंग बोर्ड पर वापस जाएं और अपने आदर्श श्रोता की प्रोफाइल को समझें।”
आपके मैसेज से किसे फायदा होगा? “यह कहना आसान है कि आप चाहते हैं कि दुनिया का हर व्यक्ति आपकी बात सुने, लेकिन आपकी सोच मेरे से अलग हो सकती है। फिर भी, इन दोनों के काम का उद्देश्य एक ही हैं, आप समझ गए होंगे मेरा क्या मतलब है?”
एक ऑडियंस चुनें और उसके अनुसार लोगों से बात करें। आपको अपने से जुड़े श्रोताओं का आकलन करना होगा। 10 जुड़े हुए श्रोता 1000 रेंडम लोगों से हमेशा बेहतर होते हैं।.
This article has been originally written in English on The Champa Tree platform and translated for DailyHunt. To read more, click here!